सहारा इंडिया कंपनी की ठगी से पीड़ित जनता की लड़ाई लड़ रहे जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा द्वारा सहारा इंडिया में फंसे करोड़ों गरीब परिवारों के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किए गए वादाखिलाफी के विरोध में फिर से जोर-शोर से सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने के लिए निर्णय किया है।आगामी दिनों में जगह जगह जनआंदोलन, रेली,विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और मध्य प्रदेश की धरती पर जहां भी केंद्रीय मंत्री और गृहमंत्री अमित शाह उतरेंगे वहां पर पीड़ित कार्यकर्ता एवं जमाकर्ताओं के साथ काले झंडे दिखाए जाएंगे और उन्हें आइना बताने का काम किया जाएगा ।
उक्त बात प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में कही । उन्होंने बताया कि गरीब जनता ने अपने मेहनत की एक-एक पाई जमा करके अपने बच्चों की शादी के लिए, पढ़ाई के लिए ,बीमारी में इलाज करवाने के लिए, समय पर काम आ जाए इसलिए जमा की थी किंतु आज तक उन्हें अपनी गाड़ी कमाई का पैसा नहीं मिला है।
पूर्व में न्याय मोर्चा के बैनर तले सरकार के खिलाफ जमकर आवाज उठाई थी इसका असर यह हुवा था की गृह मंत्री अमित शाह ने CRC पोर्टल लांच कर वादा किया कि अगले 45 दिनों के अंदर सभी जमा कर्ताओं के खाते में पैसे आना शुरू हो जाएंगे तथा अगले 9 माह में प्रथम किश्त के रूप में 10,000 प्रत्येक निवेशक को मिलेंगे तथा शेष राशी सहारा सेबी रिफंड पोर्टल पर आवेदक द्वारा दिए गए आवेदन अनुसार दिया जाएगा , केंद्रीय मंत्री शाह की घोषणा के बाद आमजनता में आशा कि एक किरण जागी थी परंतु इस घोषणा काअसर सिर्फ इतना ही हुआ कि सहारा प्रबंधन पर दर्ज हजारों मुकदमों को पुलीस प्रशासन ने समाप्त कर दिया यहां तक कि उपभोक्ता फोरम सहित जितने भी माध्यम सहारा पीड़ितों के लिए अपनी राशि वापस पाने के थे वे सभी रास्ते बंद हो गए और अमित शाह की घोषणा सिर्फ एक छलावा साबित हुई। आज करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय बीत चुका है और मंत्री जी द्वारा बताए अनुसार खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं ।पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर चुके लोगों के पास डेफिसियंसी के बगैर कारण बताए मैसेज आ रहे है। जमाकर्ता ने ऑनलाइन पोर्टल पर सारे दस्तावेज अपलोड किए तो फिर गलत कैसे हो सकते है यह बात समझ से परे है। जिससे प्रतीत हो रहा है की जमाकर्ता को गुमराह किया जा रहा है । आगामी 8 दिसंबर को एक बैठक कर भव्य रैली व प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर गिरजा शंकर दायम,प्रकाश धाकड़, भवरलाल बामता,रामगोपाल गेहलोत, रउफ कुरेशी,नासिर खान इकबाल खान,दिनेश सैनी,जगदीश माली,विजय जाधव,राजेश सालित्रा,जीवन दायम,दिनेश राठौर,मुकुंद सोलंकी,भगवानदास बैरागी,विक्रम सिंह पवार आदि कार्यकर्ता और जमाकर्ता उपस्थित थे।
जावरा से शिरीष सकलेचा की रिपोर्ट