श्री राजेंद्र सूरी जी की क्रियोधार भूमि पर सत्य साधना शिविर का आयोजन सौभाग्य की बात
जावरा।
जंगम युग प्रधान वृहद
भट्टारक1008
खरतर गच्छाधिपति जैनाचार्य श्रीपूज्य
श्री जिनचंद्र सुरीजी म. सा
भावी श्रीपूज्य यति श्रीअमृतसुंदर जी म.सा
यति श्री सुमतिसुन्दर जी म. सा
आर्या श्री समकित प्रभा श्री जी म. सा का जावरा के अंबिका रिसोर्ट में 4 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित होने वाले
सत्यसाधना शिविर हेतु जावरा में सोमवार को पदार्पण हुआ। श्रीपूज्यजी आदि का प्रवेश जुलूस बैंडबाजे के साथ प्रातः 9 बजे
श्री धर्मनाथ मंदिर पीपली बाजार से प्रारंभ हुआ । जुलूस में कुशल महिला मंडल की सदस्या कलश एवं धर्म ध्वजा लिए चल रही थी। शिरीष सकलेचा ने बताया कि गुरुदेव की जयकारों के साथ जुलूस श्री खरतरगच्छ उपाश्रय, जैन मंदिर पिपलीबाजार पहुंचा। पूज्य श्री आदि ने जिन मंदिर के दर्शन किए। उसके बाद धर्मसभा हुई। श्री संघ द्वारा गुरुवंदना की गई।
स्वागत गीत सपना डड्ढा, सीमा दक्ख, ललिता चौधरी ने प्रस्तुत किया।अतिथि स्वागत शशि तलसेरा, संगीता डोसी ,स्वाति जैन ने किया। स्वागत भाषण श्री संघ अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने दिया।
पूज्य श्री जिनचंद्र सूरी जी ने अपने प्रवचन में कहा कि जावरा एक धर्म एवं आध्यात्म नगरी है। श्री राजेंद्र सूरी जी महाराज ने खुद यहां क्रियोधार् किया है। ऐसी पावन भूमि पर सत्य साधना का शिविर होना सौभाग्य की बात हैं।
पूज्य श्री की भावना अनुरूप इस अवसर पर चातुर्मास हेतु विराजित त्रिस्तुतिक श्री संघ के मुनिराज सिद्धि तप प्रेरक श्री चंद्र्यश विजय जी ने कहा कि आज हम सभी को आध्यात्म से जुड़ना जरूरी हैं। हमारे तीर्थंकरो, महापुरुषों ने भी ध्यान साधना का मार्ग चुना था। जो वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है। आपने कहा कि त्रिस्तुतिक एवं खरतरगच्छ परंपरा का मिलन आज नया नहीं है यह तो ढाई सो साल पुरानी परंपरा है। श्री पूज्य जी ने जो सत्य साधना का मिशन उठाया है वह वंदनीय हैं।
धर्मसभा को चातुर्मास हेतु विराजित साध्वी अमिपूर्णा श्री जी , यति अमृत सुंदर जी, सुमति सुंदर जी , आर्या समकित प्रभा जी
ने भी संबोधित किया। संचालन संजय तलसेरा ने किया।
श्रीसंघ अध्यक्ष प्रदीप चौधरी
आजाद ढड्ढा,हिम्मत श्रीमाल, प्रदीप लोढा,ललित जैन,शांतिलाल मेहता जितेंद्र डोसी , अजय धाड़ीवाल, जवाहर
डोसी,विजय बोरदिया,कमल यति,आशीष धारीवाल आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर इंदौर, उज्जैन , महिदपुर, रतलाम, नलखेड़ा, बड़ावदा , ताल ,आलोट, रिंगनोद आदि स्थानों से धर्मालुजन मोजूद रहे।
4 से होगा शिविर प्रारंभ…
4 अगस्त से पूज्य श्री के मार्गदर्शन में दस दिवसीय सत्य साधना का शिविर शुरू होगा। जिसकी तयारीया शुरू हो चुकी हैं। पूज्य श्री ,यति यातिनी अम्बिका रिसोर्ट में स्थिरता रखेंगे। प्रतिदिन प्रातः 9, बजे से प्रवचन होंगे। उसके बाद धर्म चर्चा होगी। इस शिविर में साधक साधिका को 10 दिन तक मोबाइल पूर्णतया बंद रखना होगा एवं पूर्णतया मोन भी रहेगा।
इस सत्य साधना शरीर में लगभग 100 साधक साधिका भाग ले रहे हैं।