आदिवासी एकता परिषद ,अखिल भारतीय भील समाज ,जय आदिवासी युवा शक्ति( जयस ),आदिवासी छात्र संगठन ,वीर एकलव्य आदिवासी सामाजिक सेवा संस्था रतलाम ,महाराणा पूजा भील जन कल्याण संगठन ,आदिवासी परिवार ,भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा ,भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा एवं समस्त आदिवासी सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में आदिवासी दिवस पर्व के रूप में मनाया गया। इस अवसरपर पारंपरिक वेशभूषा में समाजजन जनजागृती रैली के साथ निकले। मोरवानी कनेरी, कुकडीपाडा, बडा दन्तोडा के प्रमुख मार्ग से निकाली गई जो रतलाम की मुख्य रैली शामिल हुई।
आदिवासी परंपरागत,संस्कृति ,रितीरिवाज,तिज,त्यौहार,
पुजापद्धति,परंपरा,भाषा,वैशभुषा,वाघयंत्र को जिवित रखने के लिए और प्रकृति एवं पर्यावरण तथा जल, जंगल, जमीन, संवैधानिक अधिकारों, मौलिक अधिकारो के संरक्षण के लिए पौधारोपण किया गया। जामुन, आम,चंदन,निम,आदी फलदार एवं छायादार पौधों का पैधारोपण किया गया। प्रकृति एवं पर्यावरण का संरक्षण के लिए संकल्प लिया ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्वसरपंच जगदीशडामर,पिरुलालडामर, राहुलडामर,कैलाशगरवाल,पवननिनामा,निलेशडामर,राकेशडामर,राजेन्द्रडामर,राधेश्यामडामर,धरमुगामड, संजयभाभर, जीवन गरवाल,नगजीभाभर, अर्जुन गामड,अजयसिंगाड,सुखराम सिंगाड,बदरीलाल,शंकरलाल,
बबलुसिगाड,बाबुलालगरवाल, अंशनिनामा,कलाबाई,फुलीबाई, समाजसेवी सुरतलालडामर आदी बडी संख्या समाजजन उपस्थिति थे।