दस्तावेजों में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सेवा निवृत शिक्षकों ने पुलिस थाने में शिकायत कर जांच की मांग की

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रतलाम जिले के
बड़ावदा क्षेत्र के सेवा निवृत शिक्षकों ने मध्यप्रदेश के सरकारी विद्यालयो मे 1998 से कार्यरत अध्यापक शिक्षक सवर्ग को 1 जुलाई 2018 को मुख्यमंत्री ने नविन शेक्षणिक संवर्ग मे भी वरिष्ठता दी है,लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियो ने कूट रचित दस्तावेज व गलत जानकारी देकर पोर्टल पर नई नियुक्ति 1 जुलाई 2018 दर्ज करवाकर 20 वर्ष की सेवा अवधि गायब कर के शासन के निर्णय को ही बदल दिया, ऐसे मे, शिक्षकों की सेवा उपादान राशि, ग्रेज्यूएटी भुगतान मे लाखो रूपये का नुकसान शिक्षकों को हुआ है। इसकी जानकारी जब शिक्षक सेवानिवृत हुए तब जानकारी प्राप्त हुई ।


अब शिक्षको ने गड़बड़ी करने वाले अधिकारीयो के खिलाफ पुलिस मे बड़ावदा थाने मे जाँच का आवेदन दिया है।पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है ।
थाना बड़ावदा पर राजकुमारी तिवारी,  कैलाशी बाई चावरे, होकम सिंह डोडिया ने बड़ावदा थाने के एसआई जगदीश चंद कुमावत को लिखित आवेदन दिया।इस अवसर पर
संजय द्विवेदी-जिला सचिव मध्य प्रदेश शिक्षक संघ,दिनेश जायसवाल-तहसील सचिव मध्य प्रदेश शिक्षक संघकैलाश परिहार-सदस्य शिक्षक संघ शांतिलाल झाला-अध्यक्ष विज्ञान सहायक संघप्यार सिंह पवार-जनशिक्षक
,महेश बैरागी, पंकज जायसवाल, अजय रावल, सुरेश व्यास, घनश्याम पाटीदार, अशीम श्रोत्रीय, मोहनलाल सोनाथी, शंकर लाल सोलंकी, घनश्याम चौहान , मिथिलेश अवस्थी , सविता तिवारी, तबस्सुम खान, बंशीलाल पवार, श्यामलाल मालीवाड़, तपन नायक, किशन लाल डामेचा, नंदराम राठौर, गणेश कुमार वाघेला, राधेश्याम चौहान आदि शिक्षक भी उपस्थित रहे।
बड़ावदा से शिरीष सकलेचा की रिपोर्ट

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