सैलाना के राजेंद्र राठौड़ के निर्देशन में प्रदेश में धूम मचा रही फिल्म कुंवारापुर को टैक्स फ्री किए जाने की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से की गई।राठौड़ ने उज्जैन में सीएम यादव से मुलाकात कर मध्य प्रदेशकी सामाजिक संदेश देने वाली क्षेत्रीय फिल्म टैक्स फ्री करने के लिए के लिए पत्र सौंप कर आग्रह किया। बतादें की फिल्म कुंआरापुर लेकर आए प्रोड़यूसर अविनाश तिवारी मनोरंजन का बूस्टर डोज साबित हुई।
अनिनाश फिल्म्स व नेक्शन बैटरी के बैनरतले मध्यप्रदेश की पहली भाषाई फिल्म कुंआरापुर लेकर आए प्रोड़यूसर अविनाश तिवारी व डायरेक्टर राजेंद्र राठौर सहित यूनिट के कलाकारों ने इस प्रोजेक्ट के जरिए दर्शकों को मनोरंजन का बूस्टर डोज दिया। पूरी तरह से पारिवारिक भारतीय संस्कृति पर आधारित फिल्म की कहानी दर्शकों को अंत तक बांधे रखने में सफल रही है। इसकी सफलता इस मायने में भी अहम मानी जा रही है कि फिल्म में बॉलीवूड तर्ज की तकनीकी पहलूओं को ध्यान में रखा गया। बड़े बैनर की फिल्म से कमतर नहीं बल्कि समानांतर साबित हुई। साथ ही बड़े बैनर की तर्ज पर ही इसके म्यूजिक ने दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी। बड़ी बात यह है कि भारतीय मूल की ठेठ ग्रामीण संस्कृति को फिल्म में बखूबी उकेरा है। रतलाम, उज्जैन, इंदौर सहित अन्य शहरों में दर्शकों ने अपनी प्रतिक्रियाओं में इसे जाहिर भी किया। जहां फिल्म के नायक अविनाश तिवारी ने उम्दा अभिनय कर गुदगुया भी। वहीं सहपात्र दुल्हे के पिता, फुफा, मामा तथा दोस्त के अलावा विलेन के रूप में शंकर फ्रुटी का यादगार अभिनय दिखाई दिया। फिल्म में लल्ली के रूप में किरदार निभाने वाली नायिका अन्नपूर्णा द्विवेदी ने अपनी भूमिका के प्रति पूरी तरह से न्याय किया। कुआरों के गांव में हीरो की शादी के संबंध तथा बारात ले जाने तक दिखाई गई कॉमेडी ने दर्शकों को बांधे रखा। फिल्म में बड़े कलाकारों के अलावा मुख्य रूप से असरानी, विक्रम गोचर, गरिमा अग्रवाल के अभिनय से वजन पड़ा है। आइटम सांग अनुप्रिया लक्ष्मी कटोच के गाने ने तालियां बटौरी। असरानी के डायलॉग हम अंग्रेजों के जमाने के टीटी है। इस डायलॉग ने असरानी की शोले की भी याद ताजा की। डायरेक्टर राठौर के तकनीकी अनुभव ने फिल्म की सफलता की गारंटी दे दी। 40 प्रिंट में अलग-अलग शहरों में फिल्म दर्शकों को थियेटर तक खींचने में सफल हुई है। कुल मिलाकर कुंआरापुर फुल इंटरटेनर फिल्म रही है। कुंवारापुर के निदेशक राजेंद्र राठौड़ ने उज्जैन प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन किया है कि क्षेत्रीय भाषा के फिल्म को टैक्स फ्री किया जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण लोग इस फिल्म को देख सके क्योंकि टिकट महंगे होने के कारण जा पाते हैं और स्थानी भाषा पर टैक्स फ्री होने से और भी फिल्मों का निर्माण होगा क्योंकि माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बड़े-बड़े उद्योग धंधों को सब्सिडी जा रही है तो फिल्म उद्योग भी हमारा एक बड़ा माध्यम हो सकता युवाओं को रोजगार के लिए तो फिल्मों को टैक्स फ्री किया जाए और स्थानी सिनेमा को सुविधा दी जाए तो हमारे कलाकार को मालवा में ही रहकर काम करने का ऑप्शन मिलेगा और राजेंद्र राठौड़ चाहते हैं कि मालवा में एक फिल्म सिटी का निर्माण हो जिसे सारे लोगों को रोजगार मिले और जल्दी ही बॉलीवुड के कलाकार से सजी बड़े स्तर पर मालवी फिल्म का निर्माण और निर्देशन किया जाएगा इसकी पूरी शूटिंग उज्जैन इंदौर रतलाम मंदसौर में की जाएगी इस फिल्म में हंड्रेड परसेंट मध्य प्रदेश के बॉलीवुड में स्थापित कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी प्राथमिकता लिया जाएगा यह पूरी साउथ स्टाइल की फिल्म होगी जो इमोशनल और एक्शन से भरपूर होगी ।