सैलाना – हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान है। जो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को पुष्ट करता है। संविधान में लोगों के अधिकार और कर्तव्य को स्पष्ट किया गया है। 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने आत्मार्पित किया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया है।
यह विचार न्यायालय एवं उपजेल सैलाना में संविधान दिवस पर वरिष्ठ अधिवक्ता कान्तीलाल राठौड़ ने व्यक्त किये। आपने संविधान की विशेषताओं को बताते हुए कहा कि नागरिकों को सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्रदान की है।
उप जेल सैलाना में जेलर भीमसिंह रावत ने संविधान के उद्देशिका का वाचन किया जिसे पूरे स्टाफ सहित बंदियो ने दोहराया। इसी प्रकार न्यायालय परिसर सैलाना में न्यायाधीश अभिषेक सोनी एवं न्यायाधीश एकाग्र चतुर्वेदी की उपस्थिति में अधिवक्ता कान्तीलाल राठौड़ ने संविधान की उद्देशिका का वाचन किया जिसे सभी अधिवक्ता एवं न्यायालय स्टाफ ने दोहराया।