



फसलों का मुआयना करते विधायक चिंतामणि मालवीय

पीला सोना कहे जाने वाली सोयाबीन की फसल पर किसान पूरी आस लगाकर बैठता है। किसान के साथ ही हर वर्ग भी इससे जुड़ा रहता हैं । इस बार सोयाबीन की फसल अच्छी थीं लेकिन लगातार हुई बारिश ने किसानों के मुह आया निवाला छिनने का काम किया है। प्रकृति की मार से किसानो की कमर टूट गई हैं । फसल बरबाद हो गई हैं। किसान चिंतित है।

विधायक गए खेतो में…..
आलोट विधानसभा क्षेत्र में भी सोयाबीन की फ़सल लगभग तैयार हो गई थी। उसी समय लगातार तेज बारिश, अफलन व पीला मोजेक के कारण फसल में नुकसान हुआ है। बुधवार को आलोट मण्डल में प्रशासनिक व बीमा कंपनी अधिकारीयो के साथ व किसान साथियों के साथ उनके खेतों में विधायक चिंतामणी मालवीय जा पहुंचे। पूर्व मे नष्ट हुई फसलों का उचित मुआवजा मिले इस हेतु शासन प्रशासन के आला अधिकारियों को भी अवगत करावाया और मुख्यमंत्री जी को पत्र लिख कर समस्या से अवगत करवाया ताकि जल्द से जल्द सर्वे करवा कर किसान भाइयों को मुआवजा बीमा राशि दी जाए। जिससे किसानों के नुकसान की भरपाई हो सके।
ये थे साथ में…..

अनुविभागीय अधिकारी आलोट सुनिल जायसवाल, नायब तहसीलदार आलोट, बीमा कंपनी अधिकारी, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कालु सिंह परिहार, मण्डल अध्यक्ष दिलीप सिंह डोडिया, शैलेश आंचलिया, लक्ष्मण सिंह , मान सिंह आदि मौजूद थे।
इनका कहना है….
“आलोट विधानसभा क्षेत्र के कुछ गांवो में आज मैंने खेतों में जाकर फसलों का जायजा लिया है। वास्तव में प्रकृति की मार से फसल को बहुत ही नुकसान हुआ है। अधिकारियों को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए है। किसानों को अधिक से अधिक फसल बीमा की राशि दिलाई जाएगी।”
प्रो.चिंतामणी मालवीय, विधायक आलोट
रतलाम आलोट से शिरीष सकलेचा की रिपोर्ट