आलोट विधान सभा की जनता में मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया था। जिस पर में हर पहलू पर खरा उतरने का प्रयास कर रहा हूं। वैसे अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। चुनाव जीतने के बाद लगभग 3 माह चुनाव चुनाव में पूरे हो गए। 6 माह में मेने काफी काम किए हैं। में परमानेंट इलाज करने में विश्वास रखता हूं। चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र की विद्युत समस्या को हल करने में सफलता मिली है। सड़कों की भी कम समय में मंजूरी दिलाई है।
उक्त बाते क्षेत्र के विधायक प्रो.चिंतामणि मालवीय ने आलोट विधानसभा क्षेत्र के दीपावली मिलन समारोह में मनमुनिया महादेव मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
इस अवसर पर मप्र शासन के मंत्री नारायण सिंह पंवार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। आपने विधायक चिंतामणि मालवीय की कार्यशैली की काफी प्रशंसा की।आपने कहा कि आपका विधायक सक्रिय हैं। जागरूकता से कार्य कर रहे हैं। में भी आपके लिए हमेशा तैयार हु।
अपने उद्बोधन के दौरान मालवीय ने विरोधियों पर भी तंज कसा व कार्यकर्ताओं को इशारा करते हुए कहा कि
गिरती हुई दीवार के सामने मत खड़े रहो। हरे भरे वृक्ष के नीचे खड़े रहो। जिससे हवा भी मिलेगी, और फल भी मिलेगा। विधायक मालवीय ने जैसे ही यह बात कही तालियो की गड़गड़ाहट शुरू हो गई।
संकल्प पत्रक का हुआ विमोचन…
इस अवसर पर मालवीय द्वारा अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा सेवा संकल्प पत्रक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। जिसका विमोचन अतिथियों ने किया। इस दौरान मालवीय ने कहा कि अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा प्रस्तुत करना भी हिम्मत का काम होता है। भाजपा पदाधिकारीयो द्वारा प्रदेश सरकार के मंत्री विधायक सहित जिला अध्यक्ष का बड़ी माला से स्वागत किया गया। विधायक द्वारा 54 ग्राम पंचायत को पानी के टैंकर वितरित किए गए।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शंभुलाल, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधिद्वय कालु सिंह परिहार व हेमराज हाड़ा, मण्डल अध्यक्ष पंचम महेंद्र सिंह , विशाल काला, श्रवण सिंह दांगी, दिलीप सिंह , शांतीलाल पाटीदार, जिला पंचायत सदस्य रमेश मालवीय व बंटी पितलिया व संतोष पालीवाल, कार्यक्रम प्रभारी थान सिंह , सह- प्रभारी श्याम माहेश्वरी, कमल गुप्ता, हरपाल सिंह आदि गणमान्य बंधु उपस्थित थे।
सांसद गैर मौजूद रहे…..
दीपावली मिलन समारोह में क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया भी बतौर अतिथि के उपस्थित होना थे लेकिन वह इस कार्यक्रम में गैर मौजूद रहे। कारण तो स्पष्ट तौर पर पता नहीं चला लेकिन कुछ तो है…..???
आलोट से शिरीष सकलेचा की रिपोर्ट